किसी भी व्यक्ति की किस्मत चमका सकते हैं ये 12 काम, आज से ही कर सकते हैं शुरू
जो व्यक्ति सूर्य की पूजा रोज करता है, उसकी सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं।
dainikbhaskar.com | Last Modified - Apr 13, 2018, 04:56 PM IST
यूटिलिटी डेस्क.शास्त्रों में पंचदेव बताए गए हैं, जिनकी पूजा रोज करनी चाहिए। ये पंचदेव हैं गणेशजी, विष्णुजी, शिवजी, मां दुर्गा और सूर्यदेव। सूर्यदेव एकमात्र प्रत्यक्ष दिखाई देने वाले देवता हैं। इसी वजह से इनकी पूजा से सभी दुख दूर हो सकते हैं और भाग्य से जुड़ी परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है। ज्योतिष में सूर्य को ग्रहों का राजा बताया गया है। कुंडली में 12 भाव होते हैं और हर एक भाव में सूर्य का अलग असर होता है। अगर कुंडली में सूर्य की स्थिति के अनुसार सूर्यदेव को प्रसन्न करने के उपाय किए जाए तो किस्मत का साथ मिलने की संभावनाएं और अधिक बढ़ सकती हैं। यहां जानिए उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. दयानंद शास्त्री के अनुसार आपकी कुंडली के आधार सूर्य के लिए कौन-कौन से शुभ काम किए जा सकते हैं...
1.जिन लोगों की कुंडली के पहले भाव में सूर्य अशुभ फल दे रहा है, उन्हें जीवन में हमेशा सत्य का साथ देना चाहिए। अपनी आय का एक हिस्सा जरूरतमंदों की सहायता में खर्च करें। इससे आपके जीवन के कष्ट कम हो सकते हैं।
2.कुंडली के दूसरे भाव में सूर्य अशुभ हो तो व्यक्ति को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए। धार्मिक स्थलों पर दान और सदाचार का पालन करें।
3.तृतीय भाव में सूर्य हो तो व्यक्ति को भूलकर भी बड़े-बुजुर्गों का अनादर नहीं करना चाहिए। घर के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद पाकर और तीर्थ यात्रा के जरिए कुंडली में सूर्य को अनुकूल बनाया जा सकता है।
4.चौथे भाव में बैठे सूर्य को अनुकूल करने के लिए किसी नेत्रहीन व्यक्ति को 43 दिनों तक लगातार खाना खिलाएं। तांबे का एक सिक्का गले में धारण करें।
5.पांचवें भाव में सूर्य होने पर सूर्य देव को नियमित रूप से अर्घ्य देना चाहिए। बंदरों को गुड़-चना खिलाना चाहिए, ये काम सावधानी से करें।
6.छठे भाव में सूर्य होने पर व्यक्ति को अपने घर में किसी पवित्र नदी का जल रखना चाहिए। रात में सोने से पहले अपने सिर के पास जल से भरा कोई पात्र रखें, सुबह किसी पौधे में ये पानी डाल दें।
7.जिन लोगों की कुंडली में सूर्य सातवें भाव में है, उन्हें शुभ फल पाने के लिए खाने में नमक का प्रयोग कम करना चाहिए। काली या बिना सींग वाली गाय की सेवा करें। खाने से पहले रोटी का एक टुकड़ा रसोई की आग में डालें।
8.कुंडली के आठवें भाव में सूर्य हो तो शुभ फल पाने के लिए किसी भी नए काम की शुरुआत से पहले मीठा खाकर पानी पीएं। बहती नदी में गुड़ प्रवाहित करें।
9.ध्यान रखें नवम भाव में सूर्य होने पर उपहार या दान में कभी भी चांदी की वस्तु ना लें। चांदी की वस्तुएं दान करें। क्रोध से बचें और वाणी में मधुरता लाएं।
10.दसवें भाव में सूर्य हो तो शुभ प्रभाव पाने के लिए पूरी तरह काले और नीले के कपड़े ना पहनें। किसी बहती नदी में 43 दिन तक मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। मांस-मदिरा सेवन से बचें।
11.ग्याहरवें भाव में सूर्य होने पर व्यक्ति को मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। रात को सोते समय अपने सिर के पास बादाम या मूली रखकर सोएं। सुबह उठकर इन चीजों का दान किसी मंदिर में करें।
12.सूर्य बारहवें भाव में हो तो धर्म का पालन करें। दूसरों की गलतियों को क्षमा कर दें। सूर्य की शांति के लिए सूर्य यंत्र की स्थापना अपने घर या ऑफिस में करें।
(News in Hindi from Dainik Bhaskar)