बचना चाहते हैं शनि के प्रकोप से तो शनिवार को न करें ये 6 काम
17 मार्च को चैत्र मास की अमावस्या है। इस दिन शनिवार होने से शनिश्चरी अमावस्या का योग बन रहा है।
dainikbhaskar.com | Last Modified - Mar 14, 2018, 05:51 PM IST
- +6और स्लाइड देखें
यूटिलिटी डेस्क. 17 मार्च को चैत्र मास की अमावस्या है। इस दिन शनिवार होने से शनिश्चरी अमावस्या का योग बन रहा है। इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे कामों के बारे, जिन्हें शनिवार को करने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, हिंदू धर्म में हर दिन (वार) से जुड़ी कुछ मान्यताएं हैं। उसी तरह शनिवार को भी कुछ कार्य विशेष करने की मनाही है। मान्यता है कि ऐसा करने से शनिदेव बुरा फल देते हैं। आगे की स्लाइड्स में जानिए उन कामों के बारे में, जो शनिवार को नहीं करने चाहिए-
इन ऋषि ने किया था शनि पर प्रहार
भगवान शंकर ने अपने परम भक्त दधीचि मुनि के यहां पुत्र रूप में जन्म लिया। भगवान ब्रह्मा ने इनका नाम पिप्पलाद रखा, लेकिन जन्म से पहले ही इनके पिता दधीचि मुनि की मृत्यु हो गई। युवा होने पर जब पिप्पलाद ने देवताओं से अपने पिता की मृत्यु का कारण पूछा तो उन्होंने शनिदेव की कुदृष्टि को इसका कारण बताया।
पिप्पलाद यह सुनकर बड़े क्रोधित हुए और उन्होंने शनिदेव के ऊपर अपने ब्रह्म दंड का प्रहार किया। शनिदेव ब्रह्म दंड का प्रहार नहीं सह सकते थे इसलिए वे उससे डर कर भागने लगे। तीनों लोगों की परिक्रमा करने के बाद भी ब्रह्म दंड ने शनिदेव का पीछा नहीं छोड़ा और उनके पैर पर आकर लगा।
ब्रह्म दंड के पैर पर लगने से शनिदेव लंगड़े हो गए, तब देवताओं ने पिप्पलाद मुनि से शनिदेव को क्षमा करने के लिए कहा। देवताओं ने कहा कि शनिदेव तो न्यायाधीश हैं और वे तो अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं आपके पिता की मृत्यु का कारण शनिदेव नहीं है। देवताओं के आग्रह पर पिप्पलाद मुनि से शनिदेव को क्षमा कर दिया।
देवताओं की प्रार्थना पर पिप्पलाद ने शनि को इस बात पर क्षमा किया कि शनि जन्म से लेकर 16 साल तक की आयु तक के शिवभक्तों को कष्ट नहीं देंगे यदि ऐसा हुआ तो शनिदेव भस्म हो जाएंगे। तभी से पिप्पलाद मुनि का स्मरण करने मात्र से शनि की पीड़ा दूर हो जाती है। - +6और स्लाइड देखें
- +6और स्लाइड देखें
- +6और स्लाइड देखें
- +6और स्लाइड देखें
- +6और स्लाइड देखें
- +6और स्लाइड देखें
(News in Hindi from Dainik Bhaskar)