मंगलवार को है खास तिथि, ये उपाय कर लेंगे तो भगवान विष्णु पूरी कर सकते हैं हर इच्छा
एकादशी पर किए गए पूजा-पाठ से सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
dainikbhaskar.com | Last Modified - Mar 10, 2018, 04:00 PM IST
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यूटिलिटी डेस्क. हिन्दी पंचांग के अनुसार मंगलवार, 13 मार्च को एकादशी है। चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचनी एकादशी कहते हैं। यह एकादशी सभी पापों का नाश करने वाली मानी गई है। स्कंद पुराण के वैष्णव खंड में एकादशी महात्म्य का अध्याय है। इस अध्याय में श्रीकृष्ण ने सालभर की सभी एकादशियों का महत्व युधिष्ठिर को बताया है। मंगलवार और एकादशी का योग होने से इसका महत्व और अधिक बढ़ गया है। यहां जानिए इस एकादशी पर कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं।
इस सरल विधि से कर सकते हैं एकादशी व्रत
- पापमोचनी एकादशी के व्रत में भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की पूजा की जाती है।
- व्रत रखने वाला व्यक्ति को दशमी तिथि यानी सोमवार, 12 मार्च को एक समय सात्विक भोजन करना चाहिए और भगवान विष्णु का ध्यान करना चाहिए। एकादशी की सुबह स्नान आदि करने के बाद व्रत का संकल्प करें।
- संकल्प के बाद षोड्षोपचार यानी 16 सामग्रियों से भगवान श्रीविष्णु की पूजा करें।
- पूजा के बाद भगवान के सामने बैठकर भगवद् कथा का पाठ करें या किसी योग्य ब्राह्मण से करवाएं। परिवार सहित बैठकर भगवद् कथा सुनें।
- द्वादशी तिथि ( बुधवार, 14 मार्च) को सुबह स्नान के बाद विष्णु भगवान की पूजा करें।
- ब्राह्मणों को भोजन करवाकर दक्षिणा दें। इसके बाद स्वयं भोजन करें। इस प्रकार पापमोचनी एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु अति प्रसन्न होते हैं और भक्त की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं।
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मंगलवार और एकादशी के योग में कर सकते हैं ये उपाय
- मंगलवार को हनुमानजी की विशेष पूजा की जाती है। एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा होती है। इस योग में हनुमानजी और विष्णु के सभी अवतारों की पूजा करनी चाहिए।
- हनुमानजी के सामने चमेली के तेल का दीपक जलाएं। साथ ही, हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- हनुमानजी को गुड़-चने का भोग लगाएं।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें या ऊँ रामदूताय नम: मंत्र का जाप करें।
(News in Hindi from Dainik Bhaskar)