आज इस विधि से करें भगवान श्रीराम की आरती, होंगे फायदे
प्रतिवर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी का पर्व मनाया जाता है।
dainikbhaskar.com | Last Modified - Mar 25, 2018, 04:55 PM IST
यूटिलिटी डेस्क. प्रतिवर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी का पर्व मनाया जाता है। वाल्मीकि रामायण के अनुसार, त्रेता युग में इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। इस बार श्रीराम नवमी का पर्व 25 मार्च, रविवार को है। इस दिन भगवान श्रीराम के मंदिर में विशेष साज-सज्जा व पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में पूजा के बाद आरती का विशेष महत्व है। विद्वानों के अनुसार, भगवान श्रीराम की आरती करने से कई तरह के लाभ मिलते हैं।
इस तरह करें भगवान श्रीराम की आरतीहिंदू धर्म में प्रत्येक धार्मिक कर्म-कांड के बाद भगवान की आरती उतारने का विधान है। भगवान की आरती उतारने के भी कुछ विशेष नियम होते हैं। ध्यान देने योग्य बात है कि देवताओं के सम्मुख 14 बार आरती उतारना चाहिए। 4 बार चरणों पर से, 2 बार नाभि पर से, 1 बार मुख पर से तथा 7 बार पूरे शरीर पर से। आरती की बत्तियां 1, 5, 7 अर्थात विषम संख्या में ही होनी चाहिए।
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