आपको सोचने और समझने का नजरिया बदल सकते हैं दलाई लामा के ये अनमोल वचन
दलाई लामा के अनमोल वचन
यूटीलिटी डेस्क | Last Modified - Feb 18, 2018, 05:00 PM IST
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चौदहवें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो तिब्बत के राष्ट्राध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरू हैं। उनका जन्म 6 जुलाई, 1935 को उत्तर-पूर्वी तिब्बत के ताकस्तेर क्षेत्र में हुआ था। इनकी सोच और जीवन के प्रति इनका नजरिया आज भी लोगों के लिए प्रेरणा का काम करते हैं। आज हम आपको दलाई लामा के 5 ऐसे ही अनमोल वचनों के बारे में बताने वाले हैं, जो आपकी जिंदगी बदल सकते हैं...
दलाई लामा का पहला अनमोल वचन-
कभी-कभी लोग कुछ कह कर अपनी एक प्रभावशाली छाप बना देते हैं और कभी-कभी लोग चुप रहकर अपनी एक प्रभावशाली छाप बना देते हैं।
दलाई लामा का दूसरा अनमोल वचन-
यदि आप दूसरों की मदद कर सकते हैं तो जरूर करें। लेकिन अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं तो कम से कम उन्हें नुकसान न पहुंचाएं।
दलाई लामा का तीसरा अनमोल वचन-
यदि आप दूसरों को खुश देखना चाहते हैं तो करुणा का भाव रखें | यदि आप खुद खुश रहना चाहते हैं तो भी आपको करुणा का भाव ही रखना होगा।दलाई लामा का चौथा अनमोल वचन-
यदि आप एक विशेष विश्वास या धर्म में आस्था रखते हैं तो ये अच्छी बात है। लेकिन आप इसके बिना भी जीवित रह सकते हैं।दलाई लामा का पांचवा अनमोल वचन-
सभी प्रमुख धार्मिक परंपराओं का मूल रूप से एक ही संदेश है- प्यार, दया और क्षमा। महत्वपूर्ण बात यह है कि ये सभी हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा होना चाहिए |आगे की स्लाइड्स पर देखें ग्राफिकल प्रेजेंटेशन...
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(News in Hindi from Dainik Bhaskar)